Thursday, December 20, 2012

पिटती पुलिस


लखनऊ। पुलिस का खौफ अपराधियों में पहले ही नहीं रह गया, अब जन सामान्य में भी उसका इकबाल घट रहा है। पिछले दस महीनों में प्रदेश के छः जिलों में सात पुलिसवालों पर सरेआम हमले हुए जिसमें चार की मृत्यु हो गई। मेरठ में 7 दिसम्बर को छात्रों के दो गुट्टों में हुए झगड़े को सुलटाने के दौरान पुलिस उपनिरीक्षक आनन्द पाल सिंह को इंजीनियरिंग के छात्र पंकज शर्मा ने गोली मार दी। इससे पहले 15 मई को मेरठ में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबिल संजीव और उसके साथी को सरेआम सड़क पर गोली मार दी गई थी, जिसमें संजीव ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था।
    लखनऊ में नवम्बर महीने में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक की पिटाई सरेआम हो गई थी। लखीमपुर में 29 अक्टूबर को कांस्टेबिल उमेश कुमार को गोलीमार कर हत्या कर दी गई। 24 अक्टूबर को इलाहाबाद के दुबावल गांव में मध्य प्रदेश वायरलेस पुलिस में कार्यरत एक सब इंस्पेक्टर की जमीनी विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदायूं के नदौलिया गांव में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को उस समय गोली मार दी गई जब वह अपराद्दियों का पीछा कर रहा था। 30 मार्च को कानपुर के नौबस्ता थाने के एसओ देवेन्द्र सिंह की पुलिस स्टेशन के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसी तरह यातायात सिपाही भी आए दिन पिट रहे है। (देखें बाॅक्स)
    पुलिस पिट रही है लेकिन एडीजी कानून-व्यवस्था अरूण कुमार कहते हैं, ये घटनाएं अपराधियों द्वारा नहीं अंजाम दी जा रहीं, बल्कि अचानक घट रही हैं, इन्हें हादसों की तरह देखा जाना चाहिए। फिर भी पुलिस का इकबाल कम हो रहा हैं, सवाल जस का तस है।
पिछले दो महीने में हुए ट्रैफिक पुलिस पर हमले
ऽ    14 दिसम्बर को चैक में कन्वेंशन सेंटर तिराहे पर लाल बत्ती पार करते हुए बाइक सवार विजय कुमार को रोकने पर उसने ट्रैफिक सिपाही पर रिवाल्वर तान दी।
ऽ    11 दिसम्बर को टेढ़ी पुलिया चैराहे पर तैनात दरोगा अम्बिका प्रसाद यादव पर एक इंडिका सवार युवक ने अपनी कार चढ़ाने का प्रयास किया।
ऽ    16 नवम्बर को डालीगंज पुल पर टैªफिक सिपाही राजेश यादव से मंत्री के करीबी दो युवकों ने हाथापाई की थी।
ऽ    9 नवम्बर को शराब तस्कर परमजीत सिंह ने आलमबाग में चेकिंग के दौरान सिपाही को कुचलने की कोशिश की थी।
ऽ    06 नवम्बर को साउथ सिटी पुलिस चेक पोस्ट के पास दो युवकों ने सिपाही राजू निगम पर हमला कर दिया था।
ऽ    02 नवम्बर को निशातगंज पुलिस चैकी के पास ट्रैफिक हेड कांस्टेबिल एचसी कुशवाहा को तीन छात्रों ने पीटा।
ऽ    02 नवम्बर को ही आलमबाग के पास सिटी बस में दो छात्रों ने एटीएस के सिपाही संजय यादव को पीटा।
ऽ    01 नवम्बर को हजरतगंज में रायल होटल चैराहे के पास दो युवकों ने सिग्नल तोड़ने का विरोध कर रहे ट्रैफिक सिपाही दशरथ प्रसाद की पिटाई की थी।

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