हैदराबाद। बाॅलीवुड की तर्ज पर टाॅलीवुड की नाकाम अभिनेत्री तारा चैधरी को सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में बंजारा हिल्स पुलिस ने मार्च के आखिरी हफ्ते में गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी विशाखापट्टम की श्री लक्ष्मी की शिकायत पर हुई। तारा इससे पहले 2005 में भी एक बार गिरफ्तार हुई थी, तब पुलिस के एक उच्चाधिकारी के दबाव के चलते उसे छोड़ दिया गया था। तारा के पति आर दुर्गा प्रसाद भी अपने दोस्त हनीफ के साथ उसकी मदद करते थे। तारा ने पुलिस के सामने माना कि उसके नियमित ग्राहकों में पांच कैबिनेट मिनिस्टर, दो कांग्रेसी सांसद और दो तेलगूदेशम पार्टी के एमएलसी व कई युवा विधायक, आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के अलावा कई अभिनेता हैं।
तारा की बात की सच्चाई जाहिर करती है अवकाश प्राप्त पुलिस महानिदेशक एम.भास्कर की उच्चन्यायालय में दाखिल की गई अग्रिम जमानत की अर्जी। हालांकि उन्होंने अपनी सफाई में प्रेस से कहा, ‘मैं तारा को जानता हूं। वो मेरे नाम का गलत फायदा उठाती रही है। इसीलिए पुलिसिया उत्पीड़न से बचने के लिए मैंने ऐसा किया।’ हालांकि पुलिस ने किसी वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया फिर भी कांग्रेस के सांसद रायपति संभाशिव राव और कृषि मंत्री कन्ना लक्ष्मी नारायण के नाम सुर्खियों में हैं। तारा का आरोप है कि सांसद उसका उपयोग अपने राजनैतिक मामले निपटाने के लिए किया करते थे। उन्होंने 1 करोड़ रूपए की पेशकश अपने विरोधी नेता लक्ष्मीनारायण को बदनाम करने के लिए की थी। वे दोनों हमारी लड़कियों को इस्तेमाल करते थे। दोनों नेताओं ने तारा के आरोपों को खारिज किया है।
तारा का असली नाम रावेल्ला राजेश्वरी है। उसने पुलिस के सामने 2005 से सेक्स रैकेट चलाने की बात कबूली है। तारा के रैकेट में दो दर्जन से अधिक सुन्दर लड़कियाँ थीं। वो इन्हें हैदराबाद, विजाॅग व बंगलौर के उच्चवर्गीय ग्राहकों के पास भेजती थी। वो एक ग्राहक से 50 हजार से लेकर एक लाख तक वसूलती थी। जो ग्राहक उसकी लड़कियां नहीं मांगते उन्हें मोबाइल क्लिपिंग या सीडी के जरिए ब्लैकमेल तक किया जाता था। इसी तरह जो लड़की उसके साथ काम करने से मना करती उसे भी बदनाम करने की धमकी दी जाती थी। तारा इन लड़कियों को 15 हजार रूपया प्रति सप्ताह खर्च के लिए देती थी।
यहां बताते चलें कि इन लड़कियों को फिल्मों में काम दिलाने का लालच देकर फंसाया जाता था। तारा पिछड़े क्षेत्र के प्रकाशम् जिले से 2002 में स्नातक पास करने के बाद हैदराबाद फिल्मों में काम करने की नियत से आई थी। उसने तीन फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी किये, लेकिन किसी अच्छी फिल्म में काम नहीं मिला तब निराश होकर वह ऊँचे दर्जे की काॅलगर्ल हो गई। उसके बंजारा हिल्स के मकान व पास के एक गेस्ट हाउस में गई रात तक तमाम वीआईपी आते-जाते रहते थे। तारा इन वीआईपी ग्राहकों की बातचीत से लेकर उनके अंतरंग क्षण तक की रेकर्डिंग मोबाइल व लैपटाप में सुरक्षित रखती थी। पुलिस ने लगभग दो सौ आॅडियों सीडी भी बरामद की है। इसी का भय दिखाकर ग्राहकों व लड़कियों को बदनाम कर देने की धमकी भी देती थी।
तारा के ग्राहकों की फेहरिश्त में टाॅलीवुड और राजनीति की कई नामी गिरामी हस्तियों के साथ पुलिस के आला अफसर भी थे, वहीं वह हेलीकाफ्टर हादसे में मारे गये आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के साथ अपने फोटो का भी बखूबी इस्तेमाल करती। तारा की गिरफ्तारी ने राजनैतिक हल्कों में खासी हलचल मचा रखी है।
तारा की बात की सच्चाई जाहिर करती है अवकाश प्राप्त पुलिस महानिदेशक एम.भास्कर की उच्चन्यायालय में दाखिल की गई अग्रिम जमानत की अर्जी। हालांकि उन्होंने अपनी सफाई में प्रेस से कहा, ‘मैं तारा को जानता हूं। वो मेरे नाम का गलत फायदा उठाती रही है। इसीलिए पुलिसिया उत्पीड़न से बचने के लिए मैंने ऐसा किया।’ हालांकि पुलिस ने किसी वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया फिर भी कांग्रेस के सांसद रायपति संभाशिव राव और कृषि मंत्री कन्ना लक्ष्मी नारायण के नाम सुर्खियों में हैं। तारा का आरोप है कि सांसद उसका उपयोग अपने राजनैतिक मामले निपटाने के लिए किया करते थे। उन्होंने 1 करोड़ रूपए की पेशकश अपने विरोधी नेता लक्ष्मीनारायण को बदनाम करने के लिए की थी। वे दोनों हमारी लड़कियों को इस्तेमाल करते थे। दोनों नेताओं ने तारा के आरोपों को खारिज किया है।
तारा का असली नाम रावेल्ला राजेश्वरी है। उसने पुलिस के सामने 2005 से सेक्स रैकेट चलाने की बात कबूली है। तारा के रैकेट में दो दर्जन से अधिक सुन्दर लड़कियाँ थीं। वो इन्हें हैदराबाद, विजाॅग व बंगलौर के उच्चवर्गीय ग्राहकों के पास भेजती थी। वो एक ग्राहक से 50 हजार से लेकर एक लाख तक वसूलती थी। जो ग्राहक उसकी लड़कियां नहीं मांगते उन्हें मोबाइल क्लिपिंग या सीडी के जरिए ब्लैकमेल तक किया जाता था। इसी तरह जो लड़की उसके साथ काम करने से मना करती उसे भी बदनाम करने की धमकी दी जाती थी। तारा इन लड़कियों को 15 हजार रूपया प्रति सप्ताह खर्च के लिए देती थी।
यहां बताते चलें कि इन लड़कियों को फिल्मों में काम दिलाने का लालच देकर फंसाया जाता था। तारा पिछड़े क्षेत्र के प्रकाशम् जिले से 2002 में स्नातक पास करने के बाद हैदराबाद फिल्मों में काम करने की नियत से आई थी। उसने तीन फिल्मों में छोटे-मोटे रोल भी किये, लेकिन किसी अच्छी फिल्म में काम नहीं मिला तब निराश होकर वह ऊँचे दर्जे की काॅलगर्ल हो गई। उसके बंजारा हिल्स के मकान व पास के एक गेस्ट हाउस में गई रात तक तमाम वीआईपी आते-जाते रहते थे। तारा इन वीआईपी ग्राहकों की बातचीत से लेकर उनके अंतरंग क्षण तक की रेकर्डिंग मोबाइल व लैपटाप में सुरक्षित रखती थी। पुलिस ने लगभग दो सौ आॅडियों सीडी भी बरामद की है। इसी का भय दिखाकर ग्राहकों व लड़कियों को बदनाम कर देने की धमकी भी देती थी।
तारा के ग्राहकों की फेहरिश्त में टाॅलीवुड और राजनीति की कई नामी गिरामी हस्तियों के साथ पुलिस के आला अफसर भी थे, वहीं वह हेलीकाफ्टर हादसे में मारे गये आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी के साथ अपने फोटो का भी बखूबी इस्तेमाल करती। तारा की गिरफ्तारी ने राजनैतिक हल्कों में खासी हलचल मचा रखी है।
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