२०१९ की बुलेट ट्रेन में सवार है
आज़ादी !
लखनऊ | मुल्क की सियासत के भगवा तम्बू तले गाय , गंगा , गीता , गुजरात और दलित
के भावनात्मक अखण्ड पाठ के बीच भाजपा के दो दूसरे पायेदान पर खड़े नेताओं की देश के
दो सर्वोच्च पदों पर ताजपोशी, बिहार में
नितीश कुमार की ईमानदारी के प्रमाणपत्र के साथ दोबारा तख्तनशीनी और पाकिस्तान के
नवाज शरीफ की प्रधानमन्त्री पद से बेदखली के बीच भले ही कोई अंतर्संबंध न हो ,
लेकिन ये दोनों घटनाएँ उस दौर की सनद हैं जिसमें हम जी रहे हैं | पाकिस्तान आतंक
और कट्टरता का शिकार है तो भाजपा की राजनीति अहंकारी हिंदुत्व के नशे में चूर है |
भाजपा राष्ट्रीय,क्षेत्रीय दलों में तोड़-फोड़ करते हुए विपक्ष मुक्त की तलवार
भांजते पूरे दमखम से तानाशाही की ओर बढ़ रही है | हालाँकि प्रधानमन्त्री से लेकर हर
खास-ओ-आम भाजपा नेता इससे साफ-साफ इंकार करते हुए राष्ट्रवाद और संस्कृति का नारा
बुलंद करते हैं |जिस महान आत्मा दीनदयाल उपाध्याय को भाजपा ने अपनी कंठमाला बनाकर
पहली कक्षा से लेकर रेलवे स्टेशन तक पर टांक दिया है , उनके विचारों की माला उन्ही
की तस्वीर पर टांग कर भाजपाई अश्वमेघ का घोड़ा भारतीय लोकतंत्र के चमकते पथ को
लहूलुहान कर रहा है | १९६७ में उत्तर प्रदेश में जिस तरह कांग्रेस तोड़कर चौधरी
चरण सिंह की सदारत में संविद सरकार बनाई गई थी उसका घोर विरोध किया था दीनदयालजी
ने और कहा था कि इससे आगे चल कर लोकतंत्र कमजोर होगा | हुआ भी यही , राजनीतिज्ञों
की विश्वसनीयता कमजोर हुई और विचार,नैतिकता,मूल्य सब कबके दम तोड़ चुके हैं | और
इनके बगैर राष्ट्रवाद,संस्कृति के क्या मायने ?
यह सब संभव बनाने में धर्मनिरपेक्षता के भ्रष्ट झंडाबरदारों का अहम योगदान है
| पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के आरोप में नवाज मियां को पद खोना पड़ा | हिंदुस्तान
में यूपीए सहित तमाम क्षेत्रीय दल धर्मनिरपेक्षता का छाता ताने भ्रष्टाचार के गटर
में कूद गये | यही वजह है कि ३५-४० करोड़ हिन्दुस्तानियों ने ( लगभग इतने ही वोट
पाए हैं भाजपा ने ) धर्मनिरपेक्ष ताकतों को अछूत मान लिया | हां...भाजपा की
आक्रामक प्रचार शैली, झूठे जुम्लों और भावनाओं के गंगाजल का भी अहम योगदान है | इन्हीं
की चकाचौंध में देश की अधेड़ हो चुकी और नौजवान पीढ़ी ने भाजपा के साथ सत्ता की
सीढियां चढने का फैसला लिया | उन्हें इतिहास की पीड़ा से अधिक होली-रमजान और
कब्रिस्तान-श्मशान को वोटों के बंटखरे से तौले गये शाइनिंग इंडिया के तड़कते-भड़कते
बाजार में जिओ लाइफ पसंद आई है | सबका साथ सबका विकास की सड़क पर चलते हुए हाथ में
जिओ फोन,स्मार्ट फोन निगाहें उसके पर्दे पर , कान में सुनने वाला यंत्र ठूंसे हुए
, मुंह पर ढाठा बांधे हुए उनमें डिजिटल इंडिया के सजीव आन्दोलन में भागीदारी की
ललक है | गो कि गांधीजी के तीन बन्दर न देखेंगे,न सुनेंगे,न बोलेंगे | देश नरों
में इन्द्र नरेन्द्र गंगा को माँ बोलकर, वाराणसी को क्योटो बनाने के वायदे पर चला
लेंगे ! गौर से देखिये गुजरात में गोधरा कांड के बाद मोदी की सियासत तो पता चलेगा
कि अटलजी की नाराजगी के बाद न तो उन्होंने इस्तीफ़ा दिया और न किसी से लिया | जिसे
बड़ी अदालत ने गुजरात से तडीपार कर दिया था उस अमित शाह को भाजपा का राष्ट्रीय
अध्यक्ष बना दिया | लालकृष्ण आडवाणी को पार्टी दफ्तर के कोने में बिठा दिया | ललित
मोदी,विजय माल्या,ब्यापम घोटाला,भीड़ हिंसा,नोटबंदी,जीएसटी,आधार जैसे तमाम मामलों
पर पूरी तरह अनदेखी की तो स्मृति ईरानी , पहलाज निहलानी को भी नहीं हटाया जबकि
इनकी वजह से सरकार की खासी किरकिरी हुई | संसद में वीडियो बनाने के मामले में
भगवंत मान को सजा और अनुराग ठाकुर को माफी के पक्षपात की अनदेखी ( तर्क दिया जा
सकता है कि यह लोकसभा अध्यक्ष का फैसला है ) | मन की बात हो या योग , स्वच्छ भारत
हो या शौचालय मोदी किसी प्राथमिक पाठशाला के शिक्षक की तरह डटे हैं, तो रोजगार की
बात हो या मेक इन इंडिया की या स्टार्ट अप इंडिया की तो उद्योगपति की तरह दिखाई
देते हैं | भले ही दूर संचार कंपनियों ने सरकार को कम राजस्व दिया और उस पर ४५३१ करोड़
रुपयों के ब्याज को माफ़ कराने में लगभग सफल हैं | इसी तरह बैंकों का ८ लाख करोड़ का
एनपीए विकास में बाधक है और निवेश की हालत खस्ता फिर भी किसानो की आमदनी दोगुनी
करने का दावा पूरे जोरशोर से किया जा रहा है | रोजी-रोटी पर लगाये गये आईटी/जीएसटी
से बेपरवाह, रसोई गैस पर सब्सिडी खत्म करने पर बजिद और बुजुर्गो की रेल यात्रा
सब्सिडी खत्म करने की तैयारी के साथ न बेटियां सुरक्षित , न बेटे और न कमासुत | ७०
साल में पहली बार उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा कार्यकर्ता समेत ५ दबंगों ने सपा
छात्र सभा के एक युवा नेता के साथ लाठी-डंडों से पीटकर अप्राकृतिक बलात्कार कर
डाला और बेख़ौफ़ बेशर्मो ने अपने दुष्कृत्य का वीडियो भी बना लिया ? ऐसी ही दूसरी
घटना बहराइच जिले के दबंगों ने तीन सगे भाइयों को चोरी के शक में नंगा करके
लाठियों से पीटा मुंह में पेशाब किया | दुष्कर्म से पहले पुलिस ने तीनो को नग्न
हालत में छुड़ा लिया और ३ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया | तीसरी घटना मुंबई के
उपनगर में एक किशोर के साथ घटी है जिसमे ७ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं | खबर के
मुताबिक १५ नाबालिगों ने उसके साथ लगातार साल भर तक गैंग रेप किया और उसकी वीडियो
क्लिप बनाकर ब्लैकमेल करते रहे | ऐसे ही भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले को अलीगढ़
में भाजपा के विधायक , महापौर बचा ले गये तो मेरठ में सपा नेता की शिक्षिका बेटी ने स्कूल में मासूम छात्राओं को
हंटरों से पीट दिया ? राजस्थान के बाँसवाड़ा में एक प्रेमी जोड़े को मादरजात नंगा
करके उन्हें एक दूसरे के कंधों पर जबरिया लदवा कर पीटते हुए जुलूस की शक्ल में
पूरे गांव में घुमाया गया | घरेलू हिंसा पर मुलायम सिंह यादव ने संसद में आइना
दिखाया फिर भी २०१९ की रेल में आरक्षण जारी ?
गौरक्षा के नाम पर पूरे देश में भीड़ किसी की भी हत्या कर दे रही है | बजरंगदल
, विहिंप जैसे संगठन इसे हवा दे रहे हैं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गाय को
गुड़ खिलाने से लेकर गौशालाओं के निर्माण की बात कहकर, धार | मगर वे मौजूदा
गौशालाओं में भूख से मरती गायों और पॉलीथीन खाकर मरती हजारों गायों से चिंतित नहीं
दिखाई देते ? औरतों की सुरक्षा को लेकर प्रधानमन्त्री ने हजारों बार चिंता जताई ,
उत्तर प्रदेश के चुनावों में उन्होंने पूरी दुनिया को बताया कि अखिलेश यादव की
सरकार में माँ-बहनें शाम होने के बाद सड़कों पर सुरक्षित नहीं रह पातीं | उनकी
कैबिनेट की मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनावी मंच से अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल
यादव को सुरक्षा की गारंटी देने का एलान कर डाला था | महज दो महीने बाद स्मृति
ईरानी को शोहदों से अपनी सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस से गुहार लगानी पड़ी | इतना
ही नहीं निर्भया कांड से खूंखार मामले चंडीगढ़,दिल्ली,यूपी,एमपी,राजस्थान समेत देश
के कई हिस्सों में चलती रेल तक में अंजाम दिए गये फिर भी २०१९ के शामियाने तले
औरतों की आरती ? तीन तलाक पर मुस्लिम बहनों के सगों को अपने ही समाज की युवा
विधवाओं की कतई चिंता नहीं , जबकि उच्चतम न्यायालय ने भी इस पर चिंता जाहिर की है
| गंगा माँ ने बुलाया है से शुरू हुआ फावड़े से मिट्टी साफ़ करते फोटो खिंचा कर गंगा
सफाई अभियान के हल्ले के साथ जापान के प्रधानमन्त्री के बगल में बैठकर दो घंटे तक
गंगा आरती का सीधा प्रसारण पूरी दुनिया को दिखाया लेकिन अरबों रुपया खर्च करने के
बाद गंगा तो आज भी गंदगी से कराह रही है ? गीता का अंग्रेजी में अनुवाद आजाद भारत
के पहले गवर्नर जनरल राजगोपालाचारीजी ( महात्मा गाँधी के समधी ) ने किया था और न
जाने कितने लोगों ने उसकी टीका लिखी है | उसे उपहार में देने की परंपरा सनातन है |
रामचरितमानस का अंगरेजी अनुवाद इंदिरा गाँधी के सगे मामा और पं. जवाहरलाल नेहरू के
सगे साले पं. कैलाशनाथ कौलजी ने किया था जिसके कुछ हिस्से को टाइप करने का सौभाग्य
मुझे भी मिला था | और गांधी के राम प्रेम से शायद ही कोई अपरिचित हो |
नोटबंदी,जीएसटी के बाद कारोबार में २५-५० फीसदी तक गिरावट दर्ज की जा रही है
लघु उद्योग बर्बादी की राह पर है | आर्थिक विशेषज्ञों की माने तो जून,२०१७ की
तिमाही में मंदी अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है ,जीएसटी की हलचल इसे और
प्रभावित करेगी | रिजर्व बैंक के सर्वेक्षण की माने तो ६८ फीसदी लोगों ने माना है
कि उनके आर्थिक हालात खराब हैं | बैंकों में हर सेवा पर शुल्क बढ़ा दिए गये , बचत
खाते की ब्याज दरें घटा दी गईं | वित् मंत्रालय के मुताबिक ३ साल में ७१ हजार करोड़
काला धन सामने आया, इसमें जो जब्त किया गया क्या उससे गरीबों का कोई भला हुआ ? जिन
योजनाओं का हल्ला मचाया जा रहा है वे पहले से ही चल रही हैं | रोजगार क्षेत्र में
कुल आबादी का ३६ फीसदी ही सक्रिय होने का अनुमान है | मोदी जी ने हर साल दो करोड़
नौकरियां देने का वायदा किया था लेकिन वह संभव नहीं हो सका | बड़े जोर-शोर से खून
और पानी एक साथ नही बहेगा , दो के बदले दस सर लायेंगे , कश्मीर में नोटबंदी के बाद
पत्थरबाजी रुकने,जाली नोट , हवाला खत्म होने के दावे किये गये लेकिन हुआ क्या ?
पाकिस्तानी दो जवानों के सर काट ले गये, पुलिसवालों के शव क्षत-विक्षत कर गये ,
रोज सेना के जवान सरहद पर मारे जा रहे हैं | रक्षा मंत्री ने संसद में माना है कि
पाकिस्तानी घुसपैठ तेज हुई है | दूसरी ओर कश्मीर में भाजपा की हमकदम मुख्यमंत्री महबूबा
मुफ़्ती लगातार देश द्रोह की भाषा बोल रही हैं ?
राष्ट्रवाद और भ्रष्टाचार के हल्ले के बीच गोवा,मणिपुर,बिहार के बाद तमिलनाडु
पर नजरें हैं और बंगाल,केरल जलाया नहीं जा रहा है ? राहुल गाँधी को पप्पू ,युवराज
कह कर उनकी हंसी उड़ाने से पहले उनकी माँ को विदेशी बहू कहकर अपमानित किया जाता रहा
है , यह कौन सी संस्कृति या आचरण है ? राहुल गांधी को गुजरात में पत्थरों के साथ
काले झंडों का सामना करना पड़ा (जिसकी निंदा तक नही की भाजपा ने न ही मोदी ने की ?)तो
गुजरात के ४७ विधायक जिस रिजार्ट में ठहरे हैं वहां के मालिक और कांग्रेस के
मंत्री के यहां लगातार ३ दिनों तक आयकर की छापेमारी को साजिश नहीं कहा जाना चाहिए
? प्रधानमंत्री कहते हैं जातिवाद छोड़ो , बुजुर्गों की खास सुध लें | जबकि जातिवाद
को खुला संरक्षण भाजपा अध्यक्ष दलितों के घर खाना खाकर दे रहे है | राष्ट्रपति
चुनाव में दलित शब्द का प्रचार किसने किया ? उत्तर प्रदेश में भाजपा दलितों के उदय
के लिए दलित बच्चों और शिक्षकों की शरण ले रही है ! बच्चों की किताबों तक में
भेदभाव के पाठ शामिल किये जा रहे हैं ? बुजुर्गो का हाल ये है कि देश में हर दूसरे
बुजुर्ग के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है | जिस आधार को लेकर भाजपा उच्चतम न्यायालय
तक गई उसी को जीने से मरने तक में जरूरी कर दिया ? और तो और भाजपाई
मंत्री,सांसद,विधायक तक सरकार के चाल-चलन से परेशान हैं जिसकी शिकायत भी बराबर कर
रहे हैं | वहीं मंत्री , सांसद उनके रिश्तेदार तक दबंगई से लेकर धोखाधड़ी पर अमादा
हैं | यह खेल रेल,जेल,सेल,मेल सब जगह जारी है |
भाजपा(२०१४ वाली) में हर बड़ा-छोटा नेता अपने आप पर मुग्ध होने,अपने हाथों से
अपनी पीठ ठोकने,अपनी प्रशंसा करने,अपने मुंह मियां मिठ्ठू बनने यानी बड़े बोल
बोलने,अपने को दुनिया का सबसे अधिक विद्वान मानने,हिन्दुओं का संरक्षक मानने और
राष्ट्रवादी , स्वाभिमानी (जबकि अहंकारी) दिखाने की जिद में भारतीय संविधान की
अवमानना करने , लोकतांत्रिक परंपराओं को ठेस पहुंचाने , मीडिया को अपनी ही जुबान
बोलने के लिए के लिए मजबूर करने और विपक्ष को अपमानित करने के हर जायज नाजायज रास्ते
अख्तियार कर रहा है ? यही नहीं आपातकाल का विलाप , कांग्रेस को गैरजिम्मेदार दल और
नेहरु-गांधी को बदनाम करने में पूरी ताकत खर्च करके २०१९ के चुनाव की सड़क कूटी जा
रही है ? संसद से लेकर विधानसभाओं तक में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा |
इसीलिए मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफ़ा दे दिया और उत्तर प्रदेश विधानसभा का
सत्रावसान बगैर विपक्ष के हो गया ? किसानो , शिक्षकों और उनके पक्ष में आवाज उठाने
वालों को लाठियों से सरेआम पीटा जा रहा है ? विपक्षी नेताओं के यहां आयकर/ईडी के
छापे डलवाए जा रहे हैं और जो भाजपा में शामिल हो रहा है उस पर गंगाजल छिड़क कर
पवित्र किया जा रहा है ? शायद यही वजह है कि इतिहासकार रामचन्द्र गुहा को पिछले
दिनों लिखे अपने लेख का शीर्षक ‘ इस लोकतंत्र को क्या नाम दें ‘ रखना पड़ा होगा
|भाजपा का यह मानना कि सारी समस्या कांग्रेस की देन है तो ६० सालों में कांग्रेस
ने जो अच्छा-बुरा किया उसी नींव पर खड़े होकर छाती कूटी नहीं जा रही है ? देश के हे
वर्ग को जेल का डर दिखाया जारहा है ? पश्चिम के एक विद्वान ने कभी कहा था, ‘ विश्व
में कहीं भी भ्रष्टाचार पर इतनी व्यापक चर्चा नहीं होती जितनी कि भारत में |’ मजे
की बात है कि इतने हल्ले के बाद नतीजा कुछ भी नहीं निकलता उल्टे वही बेईमान दल बदल
कर सत्ता पर काबिज रहते हैं | लालू यादव , ममता बनर्जी , आजम खान के मुंह में जबरन
गालियां ठूसने का बाकायदा अभियान नहीं चलाया जा रहा ? इसी तरह मोदी सरकार पर भरोसा
कायम के सर्वे विदेशों तक से आयात नहीं किये जा रहे हैं ? जिस उत्तर प्रदेश को
२०१९ के लिए मथा जा रहा है वहां भय , अपराध का बोलबाला है और पांच महीनों में कुछ
भी नहीं बदला है | मुसलमान खफ़ा है,हिन्दू नाराज है,दलित हैरान है और सामने सबसे
बड़ी चुनौती है राष्ट्रीय एकता की | यही नहीं सरहद पर पड़ोसी आँख ही नहीं दिखा रहे
बल्कि हमारे जवानों के सर कलम कर रहे हैं और सरहद के भीतर आर्थिक रूप से कमजोर कर
रहे हैं | ओर यहीं पं. जवाहर लाल नेहरू के बोल याद आते हैं ,” आज़ादी खतरे में है ,
पूरी ताकत से इसे बचाओ “ उनकी नजरों में समाजवाद में सभी समस्याओं का हल निहित है |
बेशक २०१९ का राज अपने खाते में दर्ज कर लीजिये लेकिन देश की सुरक्षा की कीमत पर
नहीं , देशवासियों के आंसुओं की कीमत पर नहीं |
No comments:
Post a Comment